देखो तो क्या ही बात है (क्या ही बात है)
कमबख़्त इस जहान में (जहान में)
ये इश्क़ है जिसने इसे (जिसने इसे)
रहने के क़ाबिल कर दिया (कर दिया)
रहने के क़ाबिल कर दिया
रोशनी ही रोशनी है
चार-सू, जो चार-सू
इश्क़ है ये, इश्क़ है
इश्क़ है ये, इश्क़ है
जो छुपा है हर नज़र में
हर तरफ़ जो रू-ब-रू
इश्क़ है ये, इश्क़ है
इश्क़ है ये, इश्क़ है
इश्क़ है ये, इश्क़ है
इश्क़ है ये, इश्क़ है
तुमसे मिले तो कुछ गुनगुनी-सी
होने लगी हैं सर्दियाँ (इश्क़-इश्क़, इश्क़-इश्क़)
तुमसे मिले तो देखो, शहर में
खिलने लगी हैं वादियाँ (इश्क़-इश्क़, इश्क़-इश्क़)
साया मेरा है तू और मैं तेरा
तू दिखे या ना दिखे तू
तेरी ख़ुशबू कू-ब-कू
इश्क़ है ये, इश्क़ है
इश्क़ है ये, इश्क़ है
इश्क़ है ये, इश्क़ है
इश्क़ है ये, इश्क़ है
हाँ, कोई कहता, "इश्क़ हमें आबाद करता है"
कोई कहता, "इश्क़ हमें बर्बाद करता है"
ज़ेहन की तंग दीवारों से उठ कर
मैं कहता हूँ, "इश्क़ हमें आज़ाद करता है"
मोपे ये करम भी कीजे
मोपे ये करम भी कीजे
लागे नाहीं तुम बिन जियरा
ऐसी बेख़ुदी ही दीजे
मोपे ये करम भी कीजे
मोपे ये करम भी कीजे
लागे नाहीं तुम बिन जियरा
ऐसी बेख़ुदी (ऐसी बेख़ुदी) ही दीजे
हाँ, सारा मेरा हो तू और मैं तेरा
ये ही मेरी वहशतें हैं
ये ही मेरी जुस्तुजू
इश्क़ है ये, इश्क़ है
इश्क़ है ये, इश्क़ है
इश्क़ है ये, इश्क़ है
इश्क़ है ये, इश्क़ है
बरसी है मुझपे मेहर आसमानी
(बरसी है मुझपे मेहर आसमानी)
मोहब्बत का, देखो, असर आसमानी
(मोहब्बत का, देखो, असर आसमानी)
पैरों के नीचे ज़मीं उड़ रही है
(पैरों के नीचे ज़मीं उड़ रही है)
है इश्क़ में हर सफ़र आसमानी
तुमसे मिले तो बैठे-बिठाए
छूने लगे हैं आसमाँ (इश्क़-इश्क़, इश्क़-इश्क़)
तुमसे मिले तो छोटा-सा क़िस्सा
बनने को है इक दास्ताँ (इश्क़-इश्क़, इश्क़-इश्क़)
हाँ, साया मेरा है तू और मैं तेरा
तू दिखे या, तू दिखे या
तू दिखे या ना दिखे तू
तेरी ख़ुशबू कू-ब-कू
इश्क़ है ये, इश्क़ है (इश्क़ है)
इश्क़ है ये, इश्क़ है
इश्क़ है ये, इश्क़ है (इश्क़ है)
इश्क़ है ये, इश्क़ है
इश्क़ है ये, इश्क़ है
इश्क़ है ये, इश्क़ है (इश्क़ है)
इश्क़ है ये, इश्क़ है
इश्क़ है ये, इश्क़ है