huatong
huatong
avatar

Bholenath Ji

Hansraj Raghuwanshihuatong
nanda08816huatong
الكلمات
التسجيلات
गूंजे अंबर बरसे सावन

भक्त वी आए तुझे मनावन

गूंजे अंबर बरसे सावन

भक्त वी आए तुझे मनावन

कल कल बहती जाए नदियां

बजे जो डमरू लगे सब गावन

लाए है टोली भूतों की साथ जी

पधारे वीराने में भोलेनाथ जी

पधारे वीराने में भोलेनाथ जी

पधारे वीराने में शंभुनाथ जी

धरती सूरज चंदा सारे

तीनो लोक से आए है

बहुत भयंकर प्रेत भी है संग

ढोल नगाड़े लाए है

धरती सूरज चंदा सारे

तीनो लोक से आए है

बहुत भयंकर प्रेत भी है संग

ढोल नगाड़े लाए है

मुख से भोले भोले निकले

क्या है बात जी

पधारे वीराने में भोलेनाथ जी

पधारे वीराने में भोलेनाथ जी

पधारे वीराने में शंभुनाथ जी

आदि-नाथ ओ स्वरुप, उदय-नाथ उमा-महि-रुप

जल-रुपी ब्रह्मा सत-नाथ, रवि-रुप विष्णु सन्तोष-नाथ।

आदि-नाथ कैलाश-निवासी, उदय-नाथ काटै जम-फाँसी

सत्य-नाथ सारनी सन्त भाखै, सन्तोष-नाथ सदा संतन की राखे

भोले के रंग अजब निराले

पिए जो भोला विष के प्याले

नंदी पर करते है सवारी

गले में है वासुकी डाले

भोले के रंग अजब निराले

पिए जो भोला विष के प्याले

नंदी पर करते है सवारी

गले में है वासुकी डाले

सबसे ऊँचा नाम है नाथों के नाथ जी

पधारे वीराने में भोलेनाथ जी

पधारे वीराने में भोलेनाथ जी

पधारे वीराने में शंभुनाथ जी

पधारे वीराने में भोलेनाथ जी

पधारे वीराने में भोलेनाथ जी

पधारे वीराने में शंभुनाथ जी.

المزيد من Hansraj Raghuwanshi

عرض الجميعlogo

قد يعجبك