साँवली सी इक लड़की...
साँवली सी इक लड़की, धड़कन जैसे दिल की
साँवली सी इक लड़की, धड़कन जैसे दिल की
देखे जिसके वो सपने, कहीं वो मैं तो नहीं
साँवली सी इक लड़की, धड़कन जैसे दिल की
देखे जिसके वो सपने, कहीं वो मैं तो नहीं
साँवली सी इक लड़की...
उसकी घनी ज़ुल्फ़ों में किस की तक़दीर है
उसकी हसीं आँखों में किस की तस्वीर है
आता नहीं मुझको यक़ीं, पर कहीं वो मैं तो नहीं
साँवली सी इक लड़की, धड़कन जैसे दिल की
देखे जिसके वो सपने, कहीं वो मैं तो नहीं
साँवली सी इक लड़की...
यहाँ-वहाँ, कहाँ-कहाँ जाने रुकती है उसकी नज़र
वैसे तो मैं हूँ बेख़बर, इतनी है मुझको ख़बर
कोई भी है, है वो यहीं, पर कहीं वो मैं तो नहीं
साँवली सी इक लड़की, धड़कन जैसे दिल की
देखे जिसके वो सपने, कहीं वो मैं तो नहीं
देखे जिसके वो सपने, कहीं वो मैं तो नहीं
हाँ, कहीं वो मैं तो नहीं
Hey, कहीं वो मैं तो नहीं