huatong
huatong
الكلمات
التسجيلات
देखूँ मैं देखूँ इन बादलों की कश्तियों में

भागे मन मेरा कहीं दूर

चाहत है ऐसी इन बादलों की कश्तियों से

उड़ जाऊँ बहकर कहीं दूर

दिल की सुनता ना काहे, खोले सब उलझे धागे

डर क्यूँ लगता कि करे भूल?

भँवरे उठते हैं सारे, अब लागे मन ना माने

रू-ब-रू सपने हैं क़ुबूल

बढ़ता हूँ तेरे ओर

बढ़ता हूँ तेरे ओर

बढ़ता हूँ तेरे ओर

बढ़ता हूँ तेरे ओर

फ़लक तक उड़ता मेरा दिल

के वहीं मुझे जाए सपना मिल

फ़लक तक उड़ता मेरा दिल

के वहीं मुझे जाए सपना मिल

फ़लक तक उड़ता मेरा दिल

के वहीं मुझे जाए सपना मिल-मिल जाए

देखूँ मैं देखूँ ये चाँद-तारे बन के सारे

भागे सवेरे से हैं दूर

अंबर की ऊँची, ऊँची-ऊँची चोटियों पे

चढ़ के दिखता है ऐसा नूर

दिल की सुनता ना काहे, खोले सब उलझे धागे

डर क्यूँ लगता कि करे भूल?

भँवरे उठते हैं सारे, अब लागे मन ना माने

रू-ब-रू सपने हैं क़ुबूल

बढ़ता हूँ तेरे ओर

बढ़ता हूँ तेरे ओर

फ़लक तक उड़ता मेरा दिल

के वहीं मुझे जाए सपना मिल

फ़लक तक उड़ता मेरा दिल

के वहीं मुझे जाए सपना मिल-मिल जाए

المزيد من Ravator/Adarsh Rao/Kutle Khan/Rishab Rikhiram Sharma

عرض الجميعlogo

قد يعجبك