शुक्रान अल्लाह
तू ही मेरा-मेरा-मेरा
शुक्रान अल्लाह
मितवा...
शुक्रान अल्लाह
मेरे मौला
शुक्रान अल्लाह
के तुम जैसा है कोई एक तारा
सावरिया...
ਨਹੀਂ ਜੀਣ ਤੇਰੇ ਬਜੂ
ओ-ओ-ओ-ओ
आयो रे साइबो
ओ-ओ-ओ-ओ
ओ-ओ-ओ-ओ
किस तरफ है आसमान, किस तरफ ज़मीं
ख़बर नहीं, ख़बर नहीं
ओ-ओ, जब से आया है सनम
मुझको खुद की भी ख़बर नहीं, ख़बर नहीं
आ हाँ, गुलाबी सी सुबह
आ हाँ, शराबी सी हवा
भीगी सी भागी सी, कई अरमाँ हैं जागे
जोगी सी जागी सी, कोई प्रेम धुन वो सुनाए
भीगी सी भागी सी, कई सपने हैं मेरे आगे
जोगी सी जागी सी, कोई राम धुन वो सुनाए
तेरी काली अँखियों से जिंद मेरी जागे
धड़कन से तेज दौड़ूँ सपनों से आगे
तुम पास आए, यूँ मुस्कुराये
सजे मन में हल्की-हल्की सहनाई रे (माही वे)
तुम पास आए, यूँ मुस्कुराये
दिल ने जैसे ही ली आंगड़ाई रे
तन थिरके-थिरके, मन बहके-बहके
तेरा कहके-कहके खुद को
मेरे दिल की बात जाने कायनात
तेरे दिल की ख़बर बस मुझको
तन थिरके-थिरके, मन बहके-बहके
तेरा कहके-कहके खुद को
मेरे दिल की बात जाने कायनात
तेरे दिल की ख़बर बस मुझको
पाता हूँ खुद को हर घड़ी तेरे बिना तन्हा
मुझे थाम ले, मुझे रोक ले, भटका हूँ मैं भटका
तुझको जो पाया
मितवा...
तो जीना आया
सावरिया, ओ सावरिया
तुम मिले
ओ रे पिया रे
सुन रही हूँ सुध-बुध खो के कोई मैं कहानी
दो दिलों के मिलने की
मैं तो किसी की हो के ये भी ना जानी
लम्हा ये थम जाने की
इक ऐसी चुभन इस लम्हे में है
ये लम्हा कहाँ था मेरा?
इश्क़ तेरा, मेरा रब से ज्यादा
इश्क़ तेरा, मेरा पकीज़ह है ना
इश्क़ तेरा, मेरा रब से ज्यादा
तुझसे ही ये चाहता पकीज़ह
शुक्रान अल्लाह
तू ही मेरा, मेरा, मेरा
शुक्रान अल्लाह
मितवा...
शुक्रान अल्लाह
मेरे मौला
शुक्रान अल्लाह
के तुम जैसा है कोई एक तारा