सुन मेरे यार वे, सुन मेरे यार वे
सोच के किया जो जाए होता नहीं प्यार वे
सुन मेरे यार वे, सुन मेरे यार वे
सोच के किया जो जाए होता नहीं प्यार वे
तेरे इश्क़ से बढ़कर दूजी
कोई चीज़ नहीं लगती है
ये ऐसी ग़लती है जो
करने में सही लगती है
बस इश्क़ में हो सकता है
एक जान हो दो जिस्मों की
तब दर्द कहीं उठता है
और चोट कहीं लगती है
दो जहाँ से जुदा प्यार का किरदार वे
सब हार के भी कभी मानता नहीं हार वे
सुन मेरे यार वे, सुन मेरे यार वे
सोच के किया जो जाए होता नहीं प्यार वे
सुन मेरे यार वे, सुन मेरे यार वे
सोच के किया जो जाए होता नहीं प्यार वे
मेरी दुनिया से तेरी दुनिया का
जो फ़ासला है, लंबा सफ़र है वो
दिल मुसाफ़िर को फिर भी लगता है
तू जहाँ पे है, मेरा शहर है वो
मेरा शहर है
जुड़ते हैं दिल इस तरह एक ही बार वे
तुझको नहीं हो मगर है मुझे ऐतबार वे
सुन मेरे यार वे, सुन मेरे यार वे (सुन मेरे यार)
सोच के किया जो जाए होता नहीं प्यार वे (होता नहीं प्यार)
सुन मेरे यार वे, सुन मेरे यार वे (सुन मेरे यार)
सोच के किया जो जाए होता नहीं प्यार वे
यार वे, यार वे, यार वे, यार वे
यार वे, यार वे, यार वे, यार वे
यार वे, यार वे, यार वे, यार वे (सुन मेरे यार वे)
यार वे, यार वे, यार वे, यार वे (सुन मेरे यार वे)
सुन मेरे यार वे, सुन मेरे यार वे
सोच के किया जो जाए होता नहीं प्यार वे