तेरी परछाई खींचे मुझे क्यूँ
तेरी परछाई खींचे मुझे क्यूँ
भागे मेरा मन उजाले के ओर
भागे मेरा मन उजाले के ओर
तेरी बाहों में उलझा हूँ इस तरह
साथ निभाने दे लेते क्यूँ इम्तहाँ
साये हैं ख़्वाब से दिखते थे जब तू था पास
जा रहे हो दूर क्यूँ तोड़ के ये सिलसिला
तेरी परछाई खींचे मुझे क्यूँ
तेरी परछाई खींचे मुझे क्यूँ
भागे मेरा मन उजाले के ओर
भागे मेरा मन उजाले के ओर