~ Deva Shree Ganesha ~
Movie ~ Agnipath
Singer ~ Ajay Gogavle
Music ~ Ajay Atul
By Kiranpatel eewana
~~~~(Shankh)~~~~
(Chorus) ( देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा)
( देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा )
( देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा )
( देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा )
( देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा )
( देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा )
( देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा )
( देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा )
ज्वाला सी जलती है आँखो में जिसके भी दिल मे तेरा नाम है
परवाह ही क्या उसका आरंभ कैसा है और कैसा परिणाम है
धरती-अंबर-सितारे,
उसकी नज़रे उतारे
डर भी उससे डरा रे हे~
जिसकी रखवालिया रे
करता साया तेरा हे देवा
[Chorus]श्री गणेशा देवा श्री गणेशा
देवा श्री गणेशा देवा श्री गणेशा
देवा श्री गणेशा देवा श्री गणेशा
देवा श्री गणेशा देवा श्री गणेशा
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[Instrumental Break]
Follow me for best quality track
Kiranpatel Deewana
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हा, तेरी भक्ति तो वरदान है,
जो कमाए वो धनवान है
बिन किनारे की कश्ती है वो,
देवा तुझसे जो अंजान है
यूँ तो मूषक सवारी तेरी,
सब पे है पहेरेदारी तेरी
पाप की आँधिया लाख हो,
कभी ज्योती ना हारी तेरी
अपनी तकदीर का वो,
खुद सिकंदर हुआ रे
भूल के ये जहां रे,
जिस किसी ने यहाँ रे
साथ पाया तेरा
हे देवा श्री गणेशा देवा श्री गणेशा
देवा श्री गणेशा देवा श्री गणेशा
देवा श्री गणेशा देवा श्री गणेशा
देवा श्री गणेशा देवा श्री गणेशा
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[Instrumental Break]
Enjoy Music of Ajay Atul sir
What A beats...
Kiran Patel
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हो, तेरी धूलि का टीका किए,
देवा जो भक्त तेरा जिए
उसे अमृत का है मोह क्या,
हँसके विष का वो प्याला पिए
तेरी महिमा की छाया तले,
काल के रथ का पहिया चले
एक चिंगारी प्रतिशोध से
खड़ी रावण की लंका जले
शत्रुओं की कतारें,
एक अकेले से हारे
कण भी परबत हुआ रे,
शोलक बन के जहाँ रे
नाम आया तेरा
हे देवा श्री गणेशा देवा श्री गणेशा
देवा श्री गणेशा देवा श्री गणेशा
देवा श्री गणेशा देवा श्री गणेशा
देवा श्री गणेशा देवा श्री गणेशा
~~~Ganpati Bappa
~~~Morya
घालीन लोटांगण, वंदीन चरण ।
डोळ्यांनी पाहीन रुप तुझें ।
प्रेमें आलिंगिन, आनंदे पूजिन ।
भावें ओवाळीन म्हणे नामा ॥१॥
त्वमेव माता च पिता त्वमेव ।
त्वमेव बंधुक्ष्च सखा त्वमेव ।
त्वमेव विध्या द्रविणं त्वमेव ।
त्वमेव सर्वं मम देवदेव ॥२॥
कायेन वाचा मनसेंद्रीयेव्रा, बुद्धयात्मना वा प्रकृतिस्वभावात ।
करोमि यध्य्त सकलं परस्मे, नारायणायेति समर्पयामि ॥३॥
अच्युतं केशवं रामनारायणं कृष्णदामोदरं वासुदेवं भजे ।
श्रीधरं माधवं गोपिकावल्लभं, जानकीनायकं रामचंद्र भजे ॥४॥
हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे ।
हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे ।
हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे ।
हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे ।
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Thank you