मौसम वो सुहाना लौटा दो हमें
मोहब्बत का ज़माना लौटा दो हमें
एक पल भी तुमसे दूर हम ना रह पाए
मेरे सनम, तेरे दर पे हम तो चले आए
एक पल भी तुमसे दूर हम ना रह पाए
मेरे सनम, तेरे दर पे हम तो चले आए
मेरे सनम, तेरे दर पे हम तो चले आए
यादों का मौसम तड़पाए
कितने सावन बरसाए
आँखों में, नींदों में सपने बन के
पल-पल हमको तरसाए
दूरियों से जब कभी दिल ये घबराए
मेरे सनम, तेरे दर पे हम तो चले आए
एक पल भी तुमसे दूर हम ना रह पाए
मेरे सनम, तेरे दर पे हम तो चले आए
एक पल भी तुमसे दूर हम ना रह पाए
मेरे सनम, तेरे दर पे हम तो चले आए
तेरे दर पे मेरे सनम, हम तो चले आए (हम तो चले आए)
एक पल भी तुमसे दूर हम ना रह पाए
दूर हम ना रह पाए
एक पल भी तुमसे दूर हम ना रह पाए
मेरे सनम, तेरे दर पे हम तो चले आए
खुश्बू तुम्हारी इश्क़ बन के
जिस्म में मेरे बहती है
जीना नहीं है तेरे बिना
साँसें यही बस कहती है
शरारा मोहब्बत का जब दिल को जलाए
मेरे सनम, तेरे दर पे हम तो चले आए
एक पल भी तुमसे दूर हम ना रह पाए
मेरे सनम, तेरे दर पे हम तो चले आए