.... Preeti uikye......
सब तिथियन का चन्द्रमा.. जो देखा चाहो आज
धीरे धीरे घूँघटा सरकावो सरताज
हो हो हो हो..
चाँद जैसे मुखड़े पे बिन्दिया सितारा
चाँद जैसे मुखड़े पे बिन्दिया सितारा
नहीं भूलेगा मेरी जान ये सितारा वो सितारा
माना तेरी नज़रों में मैं हूँ एक आवारा हो आवारा
नहीं भूलेगा मेरी जान ये आवारा, वो आवारा
चाँद जैसे मुखड़े पे बिन्दिया सितारा हो हो हो हो हो..
.....preeti uikye....
सागर सागर मोती मिलते पर्वत पर्वत पारस
तन मन ऐसे भीजे जैसे बरसे महुए का रस
अरे कस्तूरी को खोजता फिरता है ये बंजारा
नहीं भूलेगा मेरी जान ये बंजारा वो बंजारा
चाँद जैसे मुखड़े पे बिन्दिया सितारा हो हो हो हो हो..
....Thank you...