मक़तूल जिगर (या बाबा)
क़ातिल है नज़र (या बाबा)
एक माह-जबीं (या बाबा)
एक नूर-ए-नबी (या बाबा)
रब की रुबाई (या बाबा)
या है तबाही? (या बाबा)
गर्दन सुराही (या बाबा)
बोली इलाही (या बाबा)
अफ़ग़ान जलेबी, माशूक़ फ़रेबी
घायल है तेरा दीवाना, भई वाह! भई वाह!
बंदूक दिखा के क्या प्यार करेगी?
चेहरा भी कभी दिखाना, भई वाह! भई वाह!
अफ़ग़ान जलेबी, माशूक़ फ़रेबी
घायल है तेरा दीवाना, भई वाह! भई वाह!
बंदूक दिखा-दिखा के क्या प्यार करेगी?
चेहरा भी कभी दिखाना, भई वाह! भई वाह!
हो, देख दराज़ी (वल्लाह!), बंदा नमाज़ी (वल्लाह!)
खेल के बाज़ी (वल्लाह!) ख़ामख़ाह
अब ठहरा ना किसी काम का (वल्लाह-वल्लाह!)
मीर का कोई (वल्लाह!)
शेर सुना के (वल्लाह!)
घूँट लगा के (वल्लाह!) जाम का
मैं रहा ख़ान महज़ नाम का
ओए, लख़्त-ए-जिगर (या बाबा)
ओए, नूर-ए-नज़र (या बाबा)
एक तीर है तू (या बाबा)
मैं चाक़ जिगर (या बाबा)
बंदों से नहीं तो अल्लाह से डरेगी
वादा तो कभी निभाना, भई वाह! भई वाह!
(बंदूक दिखा-दिखा के क्या प्यार करेगी?)
(चेहरा भी कभी दिखाना, भई वाह!)
भई वाह! भई वाह! भई...
ख़्वाजा जी के पास तेरी चुगली करूँगा
मैं तेरी चुगली करूँगा, हाँ, तेरी चुगली करूँगा
अंगूठी में क़ैद तेरी उँगली करूँगा
मैं तेरी चुगली करूँगा, हाँ, तेरी चुगली करूँगा
(ख़्वाजा जी के पास तेरी चुगली करूँगा)
(मैं तेरी चुगली करूँगा, हाँ, तेरी चुगली करूँगा)
(अंगूठी में क़ैद तेरी उँगली करूँगा)
(मैं तेरी चुगली करूँगा, हाँ, तेरी चुगली करूँगा)
गुल-ए-गुलज़ार (या बाबा)
मेरे सरकार (या बाबा)
बड़े मंसूर (या बाबा)
तेरे रुख़सार (या बाबा)
हाय, शमशीर निगाहें, चाबुक सी अदाएँ
नाचीज़ पे ना चलाना, भई वाह! भई वाह!
(बंदूक दिखा-दिखा के क्या प्यार करेगी?)
(चेहरा भी कभी दिखाना) भई वाह! भई वाह!