तुझसे मिले तो दुआ ये दिल बना है
तेरी बातों की आदत
ज़ुबान पे इश्क़ चढ़ा है
के तू ना जाने क्या हो गया
मे खो ही गया होना ना था फिर भी हो गया
मे खो ही गया आ आ आ आ
आजा नि आजा वे
नि तेनू अखियाँ उडीकड़ियाँ
ख़यालों मई खोए हुए हम हैं
सपना या सच है हक़ीक़त है
मुसाफिर हूँ तेरे लिए मैं तो
साए सा तेरी ही मंज़िल मैं
तुझी से तुझी मैं चाहतें तू ही तू
कारवाँ अपना जहाँ तू ही मेरे रूबरू
के तू ना जाने क्या हो गया
मे खो ही गया
होना ना था फिर भी हो गया
मे खो ही गया आ आ आ
आजा नि आजा वे
नि तेनू अखियाँ उडीकड़ियाँ
आजा नि आजा वे
नि तेनू अखियाँ उडीकड़ियाँ