तुम्हारा मेरी मिलना लिखा तो होगा कहीं
नसीबों का सितारा मिला तो होगा कहीं
ना जाने क्यों ऐ हमनशीं
है मेरे दिल को ये यक़ीन
कि तुम संग हो तो बिगड़ी बातें सारी बन जाएँगी
तुम जो हँस दो रूठी रातें सारी मन जाएँगी
तुमसे बेहतर तुमसे प्यारा यारा कोई नहीं
आसमाँ पे तुमसे रोशन तारा कोई नहीं
तुमसे बेहतर तुमसे प्यारा यारा कोई नहीं
आसमाँ पे तुमसे रोशन तारा कोई नहीं
तुमसे बेहतर तुमसे प्यारा यारा कोई नहीं
आसमाँ पे तुमसे रोशन तारा कोई नहीं
रातों में बिना तुम्हारे घबराएँ घबराएँ
ख्वाबों में मिलो अगर खुश हो जाएँ हो जाएँ
चैन हो तुम आराम हो शायद
कोई सुकून की शाम हो शायद
ख़ुशी कहूँ या दिल की तसल्ली
क्या तुम्हें दूँ मैं नाम?
किताबें देखीं सारी मिली न कोई शायरी
तारीफ़ें करूँ कैसे यही है मुश्किल मेरी
ना जाने क्यों ऐ हमनशीं
है मेरे दिल को ये यक़ीन
कि तुम संग हो तो बिगड़ी बातें सारी बन जाएँगी
तुमसे बेहतर तुमसे प्यारा यारा कोई नहीं
आसमाँ पे तुमसे रोशन तारा कोई नहीं
देखो न ये कमाल हुआ है
ऐसा दिल का हाल हुआ है
दिल मेरा तेरे इत्र में डूबा
जैसे कोई रूमाल हुआ है
ऐसी है ख्वाहिश दिल में मेरे
जाने मुझे सब नाम से तेरे
ऐसी दीवानगी पहले नहीं थी
हाल ये पिछले साल हुआ है
तुमसे बेहतर तुमसे प्यारा यारा कोई नहीं
आसमाँ पे तुमसे रोशन तारा कोई नहीं
कोई नहीं तुमसे बेहतर तुमसे प्यारा
तुमसे ज़्यादा मेरा कोई नहीं