सारी क़ायनात में ना तेरे जैसा कोई
सीने से लग के तेरे बाँहों में तेरी रोई
सारी क़ायनात में ना तेरे जैसा कोई
सीने से लग के तेरे बाँहों में मैं...
मिट गया नूर मेरे चेहरे से, हम भी हुए पराए
छिन गया चैन मेरे सीने से, कैसे ग़म को छुपाएँ?
मिट गया नूर मेरे चेहरे से, हम भी हुए पराए
छिन गया चैन मेरे सीने से, कैसे ग़म को छुपाएँ रे?
कि हर एक क़तरा मेरी आँखों का तेरी याद दिलाए वे
तुझे भूल ना पाएँ, माही वे, तुझे भूल ना पाएँ वे
कि हर एक क़तरा, एक क़तरा तेरी याद दिलाए वे
तुझे भूल ना पाएँ, माही वे, तुझे भूल ना पाएँ वे
मुलाक़ातों की उन रातों ने दी हैं बलाएँ वे
तुझे भूल ना पाएँ, माही वे, तुझे भूल ना पाएँ वे
हमसे रहा भी ना जाएगा, हम रह भी ना पाएँगे
हमसे रहा भी ना जाएगा, हम रह भी ना पाएँगे
दर्द ना दो हमको, हम सह भी ना पाएँगे
भूले ज़रूर तेरे चेहरे को, कैसे तुझको भुलाएँ?
मिट गया नूर मेरे चेहरे से, कैसे ग़म को छुपाएँ?
भूले ज़रूर तेरे चेहरे को, कैसे तुझको भुलाएँ?
मिट गया नूर मेरे चेहरे से, कैसे ग़म को छुपाएँ रे?
कि हर एक क़तरा मेरी आँखों का तेरी याद दिलाए वे
तुझे भूल ना पाएँ, माही वे, तुझे भूल ना पाएँ वे
कि हर एक क़तरा, एक क़तरा तेरी याद दिलाए वे
तुझे भूल ना पाएँ, माही वे, तुझे भूल ना पाएँ वे
मुलाक़ातों की उन रातों ने दी हैं बलाएँ वे
तुझे भूल ना पाएँ, माही वे, तुझे भूल ना पाएँ वे