तुम मिले तो जिंदगी हुई
ऐसी शायरों की होती हे नबा
जैसी जो मिली थी मिलना ही था यार
हमे तुम्हारा इन्तजार था
तुम मिले तो जिंदगी हुई
ऐसी शायरों की होती हे नबा
वैसी जो मिली थी मिलना ही था यार
हमे तुम्हारा इन्तजार था
पड़ी मुसीबतो में हम जिए
बुझी बुझी थी जिंदगी ये
होपलेस था मजनू लैला सुन
गम के ढो रहा था काफिले
तुम मिले तो गम हुए फणा
ऐसी पीरो की मुझे मिली दुआ
जैसी जो मिली थी मिलना ही था यार
हमे तुम्हारा इन्तजार था