उजड़े से लम्हों को आस तेरी
ज़ख़्मी दिलों को है प्यास तेरी
हर धड़कन को तलाश तेरी
तेरा मिलता नहीं है पता
ख़ाली आँखें ख़ुद से सवाल करे
अम्नों की चीख़ बेहाल करे
बहता लहू फ़रियाद करे
तेरा मिटता चला है निशाँ
रूह जम सी गई, वक़्त थम सा गया
टूटे ख़्वाबों के मंज़र पे तेरा जहाँ चल दिया
(नूर-ए-ख़ुदा, नूर-ए-ख़ुदा)
तू कहाँ छुपा है हमें ये बता
(नूर-ए-ख़ुदा, नूर-ए-ख़ुदा)
यूँ ना हमसे नज़रें फिरा, नूर-ए-ख़ुदा
(नूर-ए-ख़ुदा, नूर-ए-ख़ुदा)
(आजकल तू कहाँ है ये बता)
(नूर-ए-ख़ुदा, नूर-ए-ख़ुदा) नूर-ए-ख़ुदा
(आजकल तू कहाँ है ये बता) या-ख़ुदा
(नूर-ए-ख़ुदा, नूर-ए-ख़ुदा) नूर-ए-ख़ुदा
(आजकल तू कहाँ है ये बता) नूर-ए-ख़ुदा
(नूर-ए-ख़ुदा, नूर-ए-ख़ुदा)
(आजकल तू कहाँ है ये बता) حیدریم قلندرم مستم
(नूर-ए-ख़ुदा, नूर-ए-ख़ुदा) بندۂ مرتضیٰ علی ہستم
(क्या ये सच है कि तुम हो हमसे ख़फ़ा?)
नूर-ए-ख़ुदा