कहूँ अब क्या है सच क्या है जूट मेरे बारे में
खड़ी हूँ यही आके पूछ मेरे बारे में
और रथ हूँ गे जात मेरी माने दी
लोग ना खुशते बात उस जमाने की रोती थी
कि क्यों एक रेहस्ती में मुझको परवाना और भाई को इजाजत थी
हाज़िरी वापे साथ बजी की जरूरी थी
वो खड़े ताने कौन सी एज़द गवा दिमा
जाके पूछूंगा
पूछेगा किसे तो स्कूलों में चर्चे थे लड़कों के
किसे सुन लड़ते थे मुरते थे रोते फिर हसते थे
देख मुझे आज मैं उपर वो रस्ते पे
पर नमान आज भी मेरे बयानों का
इतना मैं पढ़ली परमथा गवारों का
इश्के समंदर बस औरत घुमाने का
बस चुप वक्त बौरत उठाने का
जो आला हो सीने में
जो औरत के ताने ना दो
आग सी लगन में
बढ़ने दो
बढ़ने बढ़ने
बढ़ने दो
आग सी लगन में
सुन संपूरण ना जरूरत किसी लाले की
खुदगार हूँ इजद है मा के प्याले की
करूँ शक क्योंकि फरक मा के सहलाने
और तेरे उस मतलब से बहला
फुसवाने में मेरा सच
अब तब के सरानों पे हर लड़की रोए
अब चिपका उन गालों पे धोलूंगी
मुख मेरा चड़ दूँ चटानों पे
क्योंकि जन्ता मेरी बाप है क्या देख मुझे
एक जान चाहे एक चीज भरी भीड
ऊपर अपना नाम चले नीचे प्रजा बड़ी चीज
मैं हैना दिन राते ना मुझे सीख
देख उपर घूरे महा काली मेरी जीत
वक्त बौरत उठाने का क्या
जूठों के परदों से औरत उठाने का
जूठों के परदों से औरत उठाने का
हिट हॉप में औरत उठाने का थोड़ा डर औरत उठाने का