हम्म हम्म
हम्म हम्म
जान-ए-तमन्ना जान-ए-अदा
तुझे जैसा है सोचा पाया वोही
सूरज सी किरणों सा एक चेहरा
देखा है तुम सा मैने नही
मेरी मोहब्बत का हर लम्हा
तुझमे ही गुम सा गया
ना मैं हू आशिक़ ना मैं दीवाना
कह दो मुझे जो पिया
तेरा मेरा है प्यार अमर
तू चाहे तू कदमों में
सर रख दू
ये जीवन क्या अगर माँगे तू
मेरी जान नज़र कर दू
तेरा मेरा है प्यार अमर
नूवर-ए-जहाँ और नूवर-ए-मोहब्बत
दोनो जुड़ें तुझसे पिया
पागल या जोगी मुझको कहो तुम
हां मेरा इश्क़ सब से जुदा
तेरी ही खातिर लू 100 जनम मैं
चाहे जो हो भी भला
ना मैं हू आशिक़ ना मैं दीवाना
कह दो मुझे जो पिया
तेरा मेरा है प्यार अमर
तू चाहे तो कदमों में
सर रख दू
ये जीवन क्या अगर माँगे तू
मेरी जान नज़र कर दू
तेरा मेरा है प्यार अमर