menu-iconlogo
huatong
huatong
Lyrics
Recordings
एक लड़की थी दीवानी सी

एक लड़के पे वह मरती थी

नज़रे झुकाके शर्माके

गलियों से गुजराती थी

चोरी चोरी चुपके चुपके

चिट्ठियां लिखा करती थी

कुछ कहना था शायद उसको

जाने किस से डरती थी

जब भी मिलती थी मुझसे

मुझसे पूछा करती थी

प्यार कैसे होता हे ये प्यार कैसे होता हे

और में सिर्फ यह कह पता था

आँखें खुली हों या हो बंद

दीदार उनका होता है

कैसे कहूँ मैं ओ यारा

ये प्यार कैसे होता है

तू रु रु रु रु तू रु रु रु रु

तू रु रु रु रु तू रु रु रु रु हे

आँखें खुली हो या हो बंद

दीदार उनका होता है

आँखें खुली हो या हो बंद

दीदार उनका होता है

कैसे कहूँ मैं ओ यारा

ये प्यार कैसे होता है

तू रु रु रु रु तू रु रु रु रु

तू रु रु रु रु तू रु रु रु रु

आँखें खुली हो या हो बंद

दीदार उनका होता है

कैसे कहूँ मैं ओ यारा

ये प्यार कैसे होता है

तू रु रु रु रु तू रु रु रु रु

तू रु रु रु रु तू रु रु रु रु

लाला ला ला ला ला

आज ही यारों किसी पे मरके देखेंगे हम

प्यार होता है ये कैसे कर के देखेंगे हम

किसी की यादों में खोये हुए

ख़ाबों को हम ने सजा लिया

किसी की बाहों में सोए हुए अपना उसे बना लिया

ऐ यार प्यार में कोई तू रु रु रु रु तू रु रु रु रु

ऐ यार प्यार में कोई ना जगता ना सोता है

कैसे कहूँ मैं ओ यारा ये प्यार कैसे होता है

तू रु रु रु रु तू रु रु रु रु

तू रु रु रु रु तू रु रु रु रु

क्या है जादू है कोई बस जो चल जाता है

तोड़ के पहरे हजारों दिल निकल जाता है

दूर कहीं आसमानों पर होते हैं ये सारे फैसले

कौन जाने कोई हमसफ़र कब कैसे कहाँ मिले

जो नाम दिल पे हो लिखा तू रु रु रु रु तू रु रु रु रु

जो नाम दिल पे हो लिखा इकरार उसी से होता है

कैसे कहूँ मैं ओ यारा

ये प्यार कैसे होता है

तू रु रु रु रु तू रु रु रु रु

तू रु रु रु रु तू रु रु रु रु

आँखें खुली हो या हो बंद

दीदार उनका होता है

आँखें खुली हो या हो बंद

दीदार उनका होता है

कैसे कहूँ मैं ओ यारा

ये प्यार कैसे होता है

तू रु रु रु रु तू रु रु रु रु

तू रु रु रु रु तू रु रु रु रु

तू रु रु रु रु तू रु रु रु रु

तू रु रु रु रु तू रु रु रु रु

तू रु रु रु रु तू रु रु रु रु

तू रु रु रु रु तू रु रु रु रु

More From Anand Bakshi/Jatin-Lalit/Lata Mangeshkar/Manohar Shetty

See alllogo

You May Like