menu-iconlogo
logo

Rim Jhim Gire Saawan (feat. Ramu Raj)

logo
Lyrics
जब घुंघरुओं सी बजती हैं बूंदे

अरमाँ हमारे पलके न मूंदे

कैसे देखे सपने नयन, सुलग सुलग जाए मन

भीगे आज इस मौसम में, लगी कैसी ये अगन

रिम-झिम गिरे सावन, सुलग सुलग जाए मन

भीगे आज इस मौसम में, लगी कैसी ये अगन

रिम-झिम गिरे सावन

महफ़िल में कैसे कह दें किसी से

दिल बंध रहा है किसी अजनबी से

महफ़िल में कैसे कह दें किसी से

दिल बंध रहा है किसी अजनबी से

हाय करे अब क्या जतन, सुलग सुलग जाए मन

भीगे आज इस मौसम में, लगी कैसी ये अगन

रिम-झिम गिरे सावन, सुलग सुलग जाए मन

भीगे आज इस मौसम में, लगी कैसी ये अगन

रिम-झिम गिरे सावन

Rim Jhim Gire Saawan (feat. Ramu Raj) by anoop sankar - Lyrics & Covers