menu-iconlogo
huatong
huatong
anshuman-ye-sham-mastaanianshu-cover-image

Ye sham Mastaani(anshu)

Anshumanhuatong
Anshuman_sta_star826huatong
Lyrics
Recordings
ये शाम मस्तानी

मदहोश किये जाए

मुझे डोर कोई खींचे

तेरी और लिए जाए

ये शाम मस्तानी

मदहोश किये जाए

मुझे डोर कोई खींचे

तेरी और लिए जाए

दूर रहती है तू

मेरे पास आती नहीं

होठों पे तेरे

कभी प्यास आती नहीं

ऐसा लगे जैसे के तू

हँस के ज़हर कोई पिए जाए

ये शाम मस्तानी

मदहोश किये जाए

मुझे डोर कोई खींचे

तेरी और लिए जाए

बात जब मैं करू

मुझे रोक देती है क्यों

तेरी मीठी नज़र

मुझे टोक देती है क्यों

तेरी हया, तेरी शर्म

तेरी कसम मेरे होंठ सिये जाए

ये शाम मस्तानी

मदहोश किये जाए

मुझे डोर कोई खींचे

तेरी और लिए जाए

एक रूठी हुई

तकदीर जैसे कोई खामोश ऐसे है तू

तस्वीर जैसे कोई

तेरी नज़र बनके ज़ुबां

लेकिन तेरे पैगाम दिए जाए

ये शाम मस्तानी

मदहोश किये जाए

मुझे डोर कोई खींचे

तेरी और लिए जाए

ये शाम मस्तानी

मदहोश किये जाए

मुझे डोर कोई खींचे

तेरी और लिए जाए

More From Anshuman

See alllogo

You May Like