तू आ के मेरी, नज़रों में रह गई
नींद चुरा के, सपनों को ले गई
तू जब ना हो तो जीना नहीं है
तू आदतों सी रह जा यहीं पे
पकड़े हाथ कर दे बात पड़ जाते हैं
दिल पे दस्तक, कर के धक-धक
गर्मियों की छुट्टियों सी प्यारी यादें
चल बनाएं घर बसा के
यहाँ तेरे आने से, रात-दिन क्यों होता जी
तेरी रोशनी से सुबह
हाँ, अब यारों में, मन मेरा ना लगता जी
तू मेरी जां, तू है खुदा
जाते कल से आगे
यादें पल-पल काटे
बिन तेरे घर ना लागे क्यूँ?
तू ही बता, हम कौन हैं रे?
तू ही बता, हम कौन हैं रे?
साथ तू हो जिसकी मन्नत
पा लेगा वो जन्नत
जाना है, जहाँ वो कहाँ है
बादलों के पीछे छुपकर
सूरज भी देखे झुककर
चला है, ढला है, चला है
यहाँ तेरे आने से, रात-दिन क्यों होता जी
तेरी रोशनी से सुबह
हाँ, अब यारों में, मन मेरा ना लगता जी
तू मेरी जां, तू है खुदा