मैं सोना हूँ मिट्टी नहीं, जो तेरी shirt ते लागी, तने झाड़ दी
मैं सोना हूँ मिट्टी नहीं, जो तेरी shirt ते लागी, तने झाड़ दी
मैं थारे पाँव की जुत्ती ना, के जद जी करे पैर ली उतार दी
मैं थारे पाँव की जुत्ती ना, के जद जी करे पैर ली उतार दी
म्हाने एकलड़ी मत छोड़ी रे, दीवाना
म्हाने एकलड़ी मत छोड़ी रे, दीवाना
म्हाने एकलड़ी मत छोड़ी रे, दीवाना
रे अपनों से जीती, बेगानों से जीती
लहरों से जीती, तूफ़ानों से जीती
रे अपनों से जीती, बेगानों से जीती
लहरों से जीती, तूफ़ानों से जीती
मैं जीत गई ओ जमाने ते, पर Jaani शायर ते हार गई
मैं थारे पाँव की जुत्ती ना, के जद जी करे पैर ली उतार दी
मैं थारे पाँव की जुत्ती ना, के जद जी करे पैर ली उतार दी
ओ-जी रे दीवाना
म्हाने एकलड़ी मत छोड़ी रे, दीवाना
म्हाने एकलड़ी मत छोड़ी रे, दीवाना
म्हाने एकलड़ी मत छोड़ी रे, दीवाना
म्हाने एकलड़ी मत छोड़ी रे, दीवाना
पड़ गयो पानी रे थारी अकल पे
मन पे जावे, ना जावे है सकल पे
पड़ गयो पानी रे थारी अकल पे
मन पे जावे, ना जावे है सकल पे
क्यूँ नाचूँ थारी उँगली पे? उँगली पे, प्यार में
नौकर मैं कोनी यार थारे दरबार में
नौकर मैं कोनी यार थारे दरबार में
के म्हारे कमरे में photo तेरी, हे मन्ने नोच-नोच के फाड़ दी
मैं थारे पाँव की जुत्ती ना, के जद जी करे पैर ली उतार दी
मैं थारे पाँव की जुत्ती ना, के जद जी करे पैर ली उतार दी
(थारा पैसा, थारी दौलत, थारी गाडी, थारा नाम)
(थारा बंगला, थारा गाँव, तुम ही रखो रे)
(थारी राग, थारी शान, थारा नशा, थारा जाम)
(थारे लोग, थारा काम, तुम ही रखो रे)
ठोकरें खा-खा पता चला, फ़िदा जिसपे होते थे
एक साँप हमारा यार था, हम साँप के साथ सोते थे
(हम साँप के साथ सोते थे)