
Chaltay Rahein
केसे कहे किससे कहे
कहना क्या चलते रहे
जो तू नही इस मोड़ पे
रहना है क्या चलते रहे
मंज़िल है तू मेरी जान
सुनले ज़मीन आसमां
तूफान से अब डर नहीं
होगा खुदा मेहरबा
शाम ढले दिल ये कहे
चलना है क्या चलते रहे
नदिया कोई जेसे बहे
बहना है क्या चलते रहे
धड़कन है तू दिल हू मैं
मिल जाए तो जी उठे
बादल के आँचल तले ए ए
आ जाओ फिर कुछ कहे ए
कैसे कहे किससे कहे
कहना है क्या चलते रहे
जो तू नही इस मोड़ पे
रहना है क्या चलते रहे