हो ब्यावण खातर आया न्यू ना डण्डा देणा था
पिस्तौल टांग क आया बता के कब्जा लेना था
तेरे गुंडया आले रोल लुगाई डर डर बाजेगी
हो काम्बे पैर बसंती के या क्यूकर नाचेगी
हाए काम्बे पैर बसंती के या क्यूकर नाचेगी।
अर पुरे दुम दड़ाके त तेरी डोली उठेगी
क तो गुंगरू टूटेंगे या गर्दन टूटेगी
जब बरे चौक मै तेरे यार का असला बाजेगा
अर तू कररी बात बसंती की गबर भी नाचेगा
अर तू कररी बात बसंती की गबर भी नाचेगा।
सेवा में श्री मान महोदय
करिये थोड़ा ध्यान महोदय
म नहीं चांदी खून खारबा
दरले तेरा समान महोदय
खुड़के दुड़के बिना बावली ब्या कोन्या जच्दा
यो डूंगा खाली लागे जब तक गोड़ा ना टंगदा
जब दुले आली कुर्सी प तेरा यार विराजेगा
अर तू कररी बात बसंती की गबर भी नाचेगा
अर तू कररी बात बसंती की गबर भी नाचेगा
हम पेटी लाये ठंडया की
तन दारू मांगी पड्या की
हम लसण प्याज भी खांदे ना
तन बुजी चाइए अंड्या की
अर दारू बिना बटेऊआं की सेवा ना होंदी
अर सेवा बिना कदे भी हासिल मेवा ना होंदी
जब हैरी लाठर का गाना रिपीट मै बजेगा
अर तू कररी बात बसंती की गबर भी नाचेगा।
हो काम्बे पैर बसंती के या क्यूकर नाचेगी
अर तू कररी बात बसंती की गबर भी नाचेगा
हो काम्बे पैर बसंती के या क्यूकर नाचेगी
अर तू कररी बात बसंती की गबर भी नाचेगा।
अर तू कररी बात बसंती की गबर भी नाचेगा।