अरे सुख-दुख खातर टाइम ना
ना बातें आरे सा
जिंदगी जीनी यारा ने
ना काटन आरे सा
जुनसे हांडे लिली-पिली
रे के घण्टा जिंदगी जी ली
जिनने चढ़ी जवानी का, इब लाग
स्वाद नी चाख्या हो
एक खटोला जेल के भीतर
हमने घालवा रख्या मित्तर
पूरी बाह दे द्यांगे भीतर
जे कोई एंडी पाक्या तो
एक खटोला जेल के भीतर
हमने घालवा रख्या मित्तर
पूरी बाह दे द्यांगे भीतर
जे कोई एंडी पाक्या तो
हो, मरदान आली बात करेगा
मर्द सूरमा रे
अर मां के हाथ का खाके पल रया
पूरे चूरमा रे
हांडे जावे से ठठेरे
कोन्या भिड़ने का दम ले रे
वो के मारेंगे मानस ने
जिसने असला रख्या हो
एक खटोला जेल के भीतर
हमने घालवा रख्या मित्तर
पूरी बाह दे द्यांगे भीतर
जे कोई एंडी पाक्या तो
एक खटोला जेल के भीतर
हमने घालवा रख्या मित्तर
पूरी बाह दे द्यांगे भीतर
जे कोई एंडी पाक्या तो
सर-ए-आम करा सा बदमाशी
हम डरदे कोन्या रे
अरे मौत ने चकमा देके रख्या
मरदे कोन्या रे
पक्का बालकपन का छलिया
गैंगस्टर छोरा करनालिया
अमर तो लेणी करके रखे
करदे जी ने साका हो
एक खटोला जेल के भीतर
हमने घालवा रख्या मित्तर
पूरी बाह दे द्यांगे भीतर
जे कोई एंडी पाक्या तो
एक खटोला जेल के भीतर
हमने घालवा रख्या मित्तर
पूरी बाह दे द्यांगे भीतर
जे कोई एंडी पाक्या तो