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Khamosh Lab Hai Jhuki Hai Palke

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Lyrics
ख़ामोश लब हैं झुकी हैं पलकें दिलों में उल्फत नई-नई है

अभी तक़ल्लुफ़ है गुफ़्तगू में अभी मोहब्बत नई-नई है

ख़ामोश लब हैं झुकी हैं पलकें दिलों में उल्फत नई-नई है

जो खानदानी रईस हैं वो मिज़ा रखते हैं नरम अपना

तुम्हारा लहज़ा बता रहा है तुम्हारी दौलत नई-नई है

ख़ामोश लब हैं झुकी हैं पलकें दिलों में उल्फत नई-नई है

जरा सा कुदरत ने क्या नवाजा कि आके बैठे हैं पहली सफ़ में

अभी से उड़ने लगे हवा में अभी तो शोहरत नई-नई है

ख़ामोश लब हैं झुकी हैं पलकें दिलों में उल्फत नई-नई है

बमों की बरसात हो रही है पुराने जांबाज़ सो रहे हैं

गुलाम दुनिया को कर रहा वो जिसकी ताकत नई-नई है

ख़ामोश लब हैं झुकी हैं पलकें दिलों में उल्फत नई-नई है

Khamosh Lab Hai Jhuki Hai Palke by Mishra Bandhu - Lyrics & Covers