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Moh Moh Ke Dhaage

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Lyrics
मोह मोह के धागे

मोह मोह के धागे

हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म

हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म

हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म

हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म

ये मोह मोह के धागे

तेरी उँगलियों से जा उलझे

ये मोह मोह के धागे

तेरी उँगलियों से जा उलझे

कोई टोह टोह ना लागे

किस तरह गिरहा ये सुलझे

है रोम रोम इकतारा

है रोम रोम इकतारा

जो बादलों में से गुज़रे

ये मोह मोह के धागे

तेरी उँगलियों से जा उलझे

कोई टोह टोह ना लागे

किस तरह गिरहा ये सुलझे

तू होगा ज़रा पागल, तूने मुझको है चुना

तू होगा ज़रा पागल, तूने मुझको है चुना

कैसे तूने अनकहा, तूने अनकहा सब सूना

तू होगा ज़रा पागल, तूने मुझको है चुना

तू दिन सा है, मैं रात

आ ना दोनों मिल जाएँ शामों की तरह

ये मोह मोह के धागे

तेरी उँगलियों से जा उलझे

कोई टोह टोह ना लागे

किस तरह गिरहा ये सुलझे

के तेरी झूटी बातें मैं सारी मान लूँ

के तेरी झूटी बातें मैं सारी मान लूँ

आँखों से तेरे सच सभी

सब कुछ अभी जान लूँ

के तेरी झूटी बातें मैं सारी मान लूँ

तेज़ हैं धरा, बेहते से हम आवारा

आ थम के सांसें ले यहां

ये मोह मोह के धागे

तेरी उँगलियों से जा उलझे

कोई टोह टोह ना लागे

किस तरह गिरहा ये सुलझे

Moh Moh Ke Dhaage by Monali Thakur - Lyrics & Covers