मेहँदी लगी जब तेरे हाथ में
चोट लगी दिल पे उस रात में
मेहँदी लगी जब तेरे हाथ में
चोट लगी दिल पे उस रात में
भीगता रहा मैं इन आँसुओं की...
भीगता रहा मैं इन आँसुओं की बरसात में
मेहँदी लगी जब तेरे हाथ में
चोट लगी दिल पे उस रात में
तेरे पास रौनकें थीं, तेरे पास महफ़िलें
तुझको मिल गई जो तेरे नसीब में थीं मंज़िलें
तेरे पास रौनकें थीं, तेरे पास महफ़िलें
तुझको मिल गई जो तेरे नसीब में थीं मंज़िलें
रास्ते पे रह गया मैं, दर्द ये भी सह गया मैं
भीड़ में भी लाखों तन्हाइयाँ थीं...
भीड़ में भी लाखों तन्हाइयाँ थीं मेरे साथ में
मेहँदी लगी जब तेरे हाथ में
चोट लगी दिल पे उस रात में
ਮਿਲ ਗਏ ਸਾਨੂੰ ਦਰਦ ਅਵੱਲੇ
ਤੇਰੇ ਬਿਨ ਤਾਂ ਰਹਿ ਗਏ ਕੱਲੇ
ਤੇਰੇ ਵਿਹੜੇ ਵਿੱਚ ਸ਼ਹਿਨਾਈਆਂ
ਮਾਤਮ ਸਾਡੇ ਦਿਲ ਦੇ ਮੁਹੱਲੇ
भीगता रहा मैं इन आँसुओं की बरसात में
मेहँदी लगी जब तेरे हाथ में
चोट लगी दिल पे उस रात में