नाराज़ ना हुआ करो मुझसे
मनाने का हुनर आता नहीं
तुम्हारी हंसी के लिए
जान भी दे देंगे
मेरे जितना तुम्हें
कोई चाहता नहीं
तुम्हे ही अपना माना है
तुम्हें ही राज बताये हैं
दुनिया की फ़िक्र नहीं जब से
तेरी बाहों में आये हैं
तुम्हे ही अपना माना है
तुम्हें ही राज बताये हैं
दुनिया की फ़िक्र नहीं जब से
तेरी बाहों में आये हैं
तुम्हे ही अपना माना है
या रब्बा या रब्बा
तुम मेरे साथ हो तो
महफूज लगे मुझको
तेरी बाहों के घेरे मैं
रहना है बस मुझको
तेरे ख्वाब नए हर दिन
मेरी पलके सजाती हे
तेरे लबो से निकली बातें
जादू कर जाती हे
खुशबू तेरी सासों मैं घुले तो
धड़कनो को सबर आता नहीं
तेरी आहट जो सुने हया आती है इसे
दिल को तेरे सिवा कोई भाता नहीं
तुम्हे ही अपना माना है
तुम्हें ही राज बताये हैं
दुनिया की फ़िक्र नहीं जब से
तेरी बाहों में आये हैं
तुम्हे ही अपना माना है
तुम्हें ही राज बताये हैं
दुनिया की फ़िक्र नहीं जब से
तेरी बाहों में आये हैं
तुम्हे ही अपना माना है
तेरा नाम लकीरो पे लिखदे
तुम्हे आयत बात पे पढ़ दे
मैंने जब से तुमको देख लिया
हम सब कुछ भूल के बैठे हे
तेरी खुश्बू पा के झूम उठूं
मेरी साँसों से अनमोल हे तू
दिल को अब मेरे चैन मिले
जब तुझको में महसूस करूं
तुझ में ही मेरी अब जान बसी
तू खुदा से मिली अमानत लगे
तू फूलो की मुस्कान लगे
तुझसे ये भवरे कहते हे
तेरे हवाले किया खुदको
तेरा ख्याल ही रहे मुझको
चाहा खुद से ज्यादा तुझको
तेरा ही नाम अब दिया खुदको
तुम्हें ही माना