आधा तेरा, इश्क़ आधा मेरा
ऐसे हो पूरा चंद्रमा
ओ, तारा तेरा, एक तारा मेरा
बाक़ी अँधेरा आसमाँ
ना तेरे संग लागे बाँधे जो पीपल पे धागे
ये सुरमे के धारे बहते हैं नज़रें बचा के
बद-रंग में सतरंगा है ये इश्क़ रे
जोगी मैं और गंगा है ये इश्क़ रे
बद-रंग में सतरंगा है ये इश्क़ रे
जोगी मैं और गंगा है ये इश्क़ रे