
Har Mod Pe Tujhko
लालच की कभी भी
जो आज़माइश होगी होउ हो
लालच की कभी भी
जो आज़माइश होगी होउ हो
तब लैब लबती जुबान की
पे न फ़रमाइश होगी
क़ाइदि बस पानो
पे दम तोड़ेंगे
क़ाइदि बस पानो
पे दम तोड़ेंगे
फिर न इन्साफ पाने
की कुछ गुंजाइश होगी
तान के सीना हो जा कमीने
तान के सीना हो जा कमीने
तान के सीना हो जा कमीने
तान के सीना हो जा कमीने
हर मोड़ पे तुझको
कोई कमजर्फ मिलेगा
हर मोड़ पे तुझको
कोई कमजर्फ मिलेगा
ढूंढे से भी कोई न कोई न
सच्चा हरफ़ मिलेगा
जुगनू बन के काले
साये चमकेंगे
जुगनू बन के काले
साये चमकेंगे
जैसे खली हर एक
जिस्म भरफ मिलेगा
हां हां हां हां
तान के सीना हो जा कमीने
तान के सीना हो जा कमीने
तान के सीना हो जा कमीने
तान के सीना हो जा कमीने
�**� कमीना
ना येकमीनहो हो हू
ये यी
Har Mod Pe Tujhko by Shibani Kashyap - Lyrics & Covers