ओ ओ ओ ओ आ आ आ आ
तराशता मैं ये रास्ता हूँ ज़रा जुटा लूँ साँस मैं
मंजिलें ऐ मंजिलें हाँ थम भी जा तू ज़रा
तराशता मैं ये रास्ता हूँ ज़रा जुटा लूँ साँस मैं
मंजिलें ऐ मंजिलें हाँ थम भी जा तू ज़रा
गूंजते काँटों से चुभते हैं बंजर यहाँ
ए ए ए ए आ आ आ आ
ओ ओ ओ ओ आ आ आ आ
फूलों में भी कांटे हैं हैं महक फिर भी मगर
ये दिलासा तो दिला ऐ खुदा
आँहों में बिछे हैं हैं महक ये तो अगर
एहसासों की हवा तू कहाँ
ज़ुल्म से घुट रही जिंदा मैं फिर भी यहाँ
तराशता मैं ये रास्ता हूँ ज़रा जुटा लूँ साँस मैं
मंजिलें ऐ मंजिलें हाँ थम भी जा तू ज़रा
गूंजते काँटों से चुभते हैं बंजर यहाँ
ए ए ए ए आ आ आ आ
ओ ओ ओ ओ आ आ आ आ
ए ए ए ए आ आ आ आ
ओ ओ ओ ओ आ आ आ आ