अब के गए घर से जो तेरे, फिर ना लौट आऊँगी
तू भी मुझे भूल जाना, मैं भी भूल जाऊँगी
अब के गए घर से जो तेरे, फिर ना लौट आऊँगी
तू भी मुझे भूल जाना, मैं भी भूल जाऊँगी
चलते-चलते करती सलाम आख़िरी
रब से अब तो माँगूँ बस दुआ यही
हम फिर ना मिलें कभी
हम फिर ना मिलें कभी
हम फिर ना मिलें कभी
फिर ना मिलें कभी
अहसास ना हुआ कि जुदा होने लगे
देखो हँसते-हँसते हम रोने लगे
क्यूँ बेवजह मैंने इस इश्क़ को चुना?
पागलपन था मेरा वो जो कुछ भी हुआ
तेरी गली में मुझ को जाना नहीं
तू याद मुझ को अब क्यूँ ना रहा?
हम फिर ना मिलें कभी
हम फिर ना मिलें कभी
हम फिर ना मिलें कभी
फिर ना मिलें कभी
फिर ना मिलें, whoa
फिर ना मिलें कभी, whoa