बेचैनीयों में रातें कटीं
ख्वाबों में डूबें है दिन
खामोशियाँ चुप हो गईं
बातें अधूरी तेरे बिन
क्यूँ मेरी बाहों से चली इन राहों में
कैसे भूलूँ यादें हसीन
जो फिर तुझे पाऊँ मैं, तुझको बताऊँ मैं
कैसे बीतीं रातें मेरी
देखा है तेरे नैनों में, मैंने ये सारा जहाँ
खोया है तेरी राहों में, ढूँढू ये दिल मैं कहाँ
देखा है तेरे नैनों में, मैंने ये सारा जहाँ
खोया है तेरी राहों में, ढूँढू ये दिल मैं कहाँ