Commentary Amin Sayani and Tanuja
लहरों पे लहर, उल्फ़त है जवां
रातों की सहर, चली आओ यहाँ
सितारे टिमटिमाते हैं, तू आजा आजा ( F..आsssss)
मचलती जा रही है ये हवाएं आजा आजा
लहरों पे लहर, उल्फ़त है जवां ...
रातों की सहर, चली आओ यहाँ
Music
सुलगती चाँदनी में थम रही है तुझ पे नजर
F कदम ये किस तरफ़ बढ़ते चले जाते हैं बेखबर
Both ज़माने को है भूले हम अजब सी ख्वाब ये सफ़र
लहरों पे लहर, उल्फ़त है जवान ...
रातों की सहर, चली आओ यहाँ
Music
F ना जाने कौनसी राहें हमारा कौन सा है जहान
सहारे किसके हम ढूँढे, हमारी मंजिल है कहाँ
Both सदा दिल की मगर कहती है मेरी दुनिया है यहाँ
लहरों पे लहर, उल्फ़त है जवां ...
रातों की सहर, चली आओ यहाँ..
Track by Abhay Patil