मॅन के पंछी उड़े आसमानवां
हों...मॅन के पंछी उड़े आसमानवां
कि बोले जिया,
पिया पिया हो
मोहे छेड़े मोहे पगला पवनवां
कि बोले जिया…
पिया पिया हो…
धके कंवारी राजा, चूम लिहें गाल हो
देह से सिराई होखब, शर्म से लाल हो
हो…केशिया के छावं तले,
जिंनगी बिताईब हम
पुतरी में रखब तोहके,
दिल में बसाई हम
होये, मीठी मीठी बतिया प्यार के
छतिया से लगब दिलदार के
हो…पूरा होई जईहें मोरा अरमानवां…
पूरा होई जईहें मोरा अरमानवां
कि बोले जिया, पिया पिया हो…
मॅन के, पंछी उड़े आसमानवां
कि बोले जिया, पिया पिया हो…
करिहें किसानी सईयां
दूरे से निहारब हम
धूल माटी दहियां के
आचरा से झाड़ब हम
हां…जिंदगी में तोहरा से,
दूर कबो जाईब ना
किरीयां खियाला कौनो
वादा भुलाईब ना
सुख दुख बाटब हम साथ में
रही हाथ सजन के हाथ में
हों दुगों, दिलवां के होई हो मिलनवां…
दुगों, दिलवां कि होई हो मिलनवां,
कि बोले जिया, पिया पिया हो
मॅन के पंछी उड़े आसमानवां
कि बोले जिया, पिया पिया हो…
मॅन के पंछी उड़े आसमानवां
कि बोले जिया, पिया पिया हो…