आशिक़ी ने..आशिक़ी से..बाँधे ऐसे धागे 2
ख्वाब सारे भागे धड़कनो से आगे 2
तेरी चाहतो की 2 मैने बाँधे ऐसे धागे
ख्वाब सारे भागे धड़कनो से आगे 2
करू सुबह शाम अब तो बंदगी मैं तेरी
दूजा कोई और ना हो जिंदगी में मेरी
बाँहो में तेरी अब तो जन्नेते भी सारी
तुझे पाके तोड़ी मैने मन्नते भी सारी
रहना मेरे साथ में तेरे वास्ते ही जागे 2
ख्वाब सारे भागे धड़कनो से आगे 2