कवना देवता के गढ़ल सवारल हउ? (सवारल हउ)
हो, कवना देवता के गढ़ल सवारल हउ?
हमरे खातिर जमी पे उतारल हउ
तुहरे अक्खिया बा कईले दीवाना
ए जाना, बाड़ु अनमोल
बाड़ु अनमोल अईसन खजाना
तोहर जोड़ा ना दोसर जनाना, ए जाना
बाड़ु अनमोल अईसन खजाना
तोहर जोड़ा ना दोसर जनाना, ए जाना
सनवा से रंग लेके चेहरा बनवले
चमके गोराई गोरे गाल के
कारी रे बदरिया सी केसिया सँवरले
लाग ता फुर्सत निकाल के
हवा मारे त अचरवा फहर जाला हो
मुड़के देखे ता नजरिया ठहर जाला हो
केहु कईसे ना होई आशिकाना?
ए जाना, बाड़ु अनमोल
बाड़ु अनमोल अईसन खजाना
तोहर जोड़ा ना दोसर जनाना, ए जाना
बाड़ु अनमोल अईसन खजाना
तोहर जोड़ा ना कौनो जनाना, ए जाना
हो, जहाँ जहाँ डेग अपन धरबू सजनिया
भाग खुल जाई ओ जमिन के
ओकरे तू बनबू कनिया, ए रानिया
लाईल हो किस्मत जे छीन के
तोहरा नेहिया के देहिया प नशा चढ़ल
दिल के रफतार हद से भी आगे बढ़ल
नहीं मिलबु त जाईब पागल खाना
दीवाना, बाड़ु अनमोल
बाड़ु अनमोल अईसन खजाना
तोहर जोड़ा ना दोसर जनाना, ए जाना
बाड़ु अनमोल अईसन खजाना
तोहर जोड़ा ना दोसर जनाना, ए जाना