तुम्हे दिल से चाह था हमने
मगर तुम हुए न हमारे
तुम्हे दिल से चाह था हमने
मगर तुम हुए न हमारे
हमी से ये बेरुखी क्यूँ
सभी दोस्त हैं तुमको प्यारे
तुम्हे दिल से चाह था हमने
मगर तुम हुए न हमारे
हमी से ये बेरुखी क्यूँ
सभी दोस्त हैं तुमको प्यारे
तुम्हे दिल से चाह था हमने
मगर तुम हुए न हमारे
जो काबिल न थे दोस्ती के
रहे पास वो आप ही के
जो काबिल न थे दोस्ती के
रहे पास वो आप ही के
हमे बस अदावात से देखा
न एक दिन मोहब्बत से देखा
तुम्हे दिल से चाह था हमने
मगर तुम हुए न हमारे
हमी से ये बेरुखी क्यूँ
सभी दोस्त हैं तुमको प्यारे
तुम्हे दिल से चाह था हमने
मगर तुम हुए न हमारे
करो लाख इनके नज़ारे
किसी के न होंगे सितारे
करो लाख इनके नज़ारे
किसी के न होंगे सितारे
ये बस देखने में हैं प्यारे
छुओ तो ये शोले शरारे
तुम्हे दिल से चाह था हमने
मगर तुम हुए न हमारे
हमी से ये बेरुखी क्यूँ
सभी दोस्त हैं तुमको प्यारे
तुम्हे दिल से चाह था हमने
मगर तुम हुए न हमारे
हसीं जितनी जिसकी अदा हे
के उतना ही वो बेवफा हे
हसीं जितनी जिसकी अदा हे
के उतना ही वो बेवफा हे
के पत्थर की इनका जिगर हे
वफ़ा का न इनपे असर हे
तुम्हे दिल से चाह था हमने
मगर तुम हुए न हमारे
हमी से ये बेरुखी क्यूँ
सभी दोस्त हैं तुमको प्यारे
तुम्हे दिल से चाह था हमने
मगर तुम हुए न हमारे