आदमी तो (होय!) बनके जन्मा (होय!)
पर मुक़द्दर क्या पाया?
ए, चल मुक़द्दर (होय!), हो, दिखा दे (होय!)
तू सिकंदर का ताया
सब को झुका के दुनिया के आगे, चाहे तो माथा फोड़
या फिर पलट के रख दे तू बाज़ी, दुनिया को पीछे छोड़
चल फ़लक से तारे तोड़
उछल के फ़लक से तारे तोड़
हो, चल फ़लक से तारे तोड़
जमूरे, फ़लक से तारे तोड़
बहे दरिया ना तेरे साथ
तो पगले, दरिया का रुख़ ही मोड़
चल फ़लक से तारे तोड़
उछल के फ़लक से तारे तोड़
Hey, hey, hey, hey
उछल, उछल, उछल, उछल
Hey, hey, hey, hey
उछल, उछल, उछल, उछल
ए, तू ज़माने (होय!) की नज़र में (होय!)
आज खोटा सिक्का है
हाँ, वक़्त आने (होय!) पर बतना (होय!)
तू हुकुम का इक्का है
उछल, उछल, उछल, उछल
Hey, hey, hey, hey
उछल, उछल, उछल, उछल
देखे ये बाबा आदम के युग के, सारे नियम तू तोड़
भीड़ में रह के सड़को पे अपनी एड़ी रगड़ना छोड़
चल फ़लक से तारे तोड़
उछल के फ़लक से तारे तोड़
हाँ, चल फ़लक से तारे तोड़
जमूरे, फ़लक से तारे तोड़
हो, बहे दरिया ना तेरे साथ
तो पगले, दरिया का रुख़ ही मोड़
चल फ़लक से तारे तोड़
उछल के फ़लक से तारे तोड़
Hey, hey, hey, hey
उछल, उछल, उछल, उछल
Hey, hey, hey, hey
उछल, उछल, उछल, उछल