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Paroles
क़रीब आओ के दूरी

सही जाए नहीं अब और

क़रीब आओ के दूरी

सही जाए नहीं अब और

प्यास यूँ दिल में जगाकर

दूर जाओ नहीं अब और

क़रीब आओ के दूरी

सही जाए नहीं अब और

यह जानते ही नहीं हूँके

हुंसे रूठे हो क्यूँ

बदल ना जाए कहीं

मौसम राहें बादलो ना यूँ

यह जानते ही नहीं हूँके

हुंसे रूठे हो क्यूँ

बदल ना जाए कहीं

मौसम राहें बदलाओ ना यूँ

यूँ ही चाहूँगा हमेशा

तुम्हे तुम्हारी कसम

क़रीब आओ के दूरी

सही जाए नहीं अब और

प्यास यूँ दिल में जगाकर

दूर जाओ नहीं अब और

क़रीब आओ के दूरी

सही जाए नहीं अब और

मेरे होंतों पे तेरा

नाम है सदा के लिए

मेरी आँखों में

इंतेज़ार है तुम्हारे लिए

मेरे होंतों पे तेरा

नाम है सदा के लिए

मेरी आँखों में

इंतेज़ार है तुम्हारे लिए

बसा लिया है तुम्हे दिल में

धड़कानों की तरहा

क़रीब आओ के दूरी

सही जाए नहीं अब और

प्यास यूँ दिल में जगाकर

दूर जाओ नहीं अब और

क़रीब आओ के दूरी

सही जाए नहीं अब और

Qareeb par Ali Haider - Paroles et Couvertures