हूओ हू एयाया एयाया
हाय
इशारो इशारो में दिल लेने वाले
बता ये हुनर तूने सीखा कहा से
निगाहो निगाहो में जादू चलाना
मेरी जान सीखा हैं तुम ने जहा से
एयाया एयाया
एयाया एयाया
मेरे दिल को तुम भा गये, मेरी क्या थी इस में खाता
मूज़े जिस ने तड़पा दिया, यही थी वो जालिम आडया
यही थी वो जालिम आडया
ये रांज़ा की बाते, ये मजनू के किससे
अलग तो नहीं हैं मेरी दासता से
इशारो इशारो में दिल लेने वाले
बता ये हुनर तूने सीखा कहा से
वो मोहब्बत जो करते हैं वो, मोहब्बत जताते नही
धड़कने अपनी दिल की कभी, किसी को सुनाते नही
किसी को सुनाते नही
मज़ा क्या रहा जब के खुद कर दिया हो
मोहब्बत का इज़हार अपने ज़ुबान से
निगाहो निगाहो में जादू चलाना
मेरी जान सीखा हैं तुम ने जहा से
ओ माना के जाना-ये-जहा लाखों में तुम एक हो
हुमारी की निगाहों की भी, कुच्छ तो मगर दाद दो
कुच्छ तो मगर दाद दो
बहारों को भी नाज़ जिस फूल पर था
वही फूल हम ने चुना गुलसिता से