तूफ़ाँ से यारी करे ये
इश्क़ करे ये किनारों से
तूफ़ाँ किनारों से लेकिन
झूठी-झूठी यारी, झूठा-झूठा इश्क़
ऊपर से ठहरा है, अंदर से गहरा है
आँखों का धोखा है
ज़िद्दी है ये, बस में नहीं है
ये वक़्त का दरिया डूबे जो, ना उभरे
यादों का है ज़रिया
ये वक़्त का दरिया रखता राज़ गहरे
बहे इस पे दुनिया
क्यूँ लगे कि हो चुका है ऐसा पहले कभी
क्यूँ लगे कि जो हुआ नहीं होगा कभी
बहती लहर सा वो, दिखता नज़र से जो
कितना फ़रेबी, कितना है सच्चा ये
आसाँ ये लगता है, मुश्किल ये होता है
आँखों का धोखा है
ज़िद्दी है ये बस में नहीं है
ये वक़्त का दरिया डूबे जो, ना उभरे
यादों का है ज़रिया
ये वक़्त का दरिया रखता राज़ गहरे
बहे इस पे दुनिया (ये वक़्त का दरिया)
ये वक़्त का दरिया डूबे जो, ना उभरे (डूबे जो)
यादों का है ज़रिया (डूबे जो, ना उभरे)
ये वक़्त का दरिया रखता राज़ गहरे
पर्दों की है दुनिया