menu-iconlogo
logo

10 Hazar Deposit Du Hazar Bhada Nalasopara

logo
Paroles
हो आज हवे सुहाग वाली रतिया

पिया कईल चाहs तानी कुछ बतिया

पिया कईल चाहs तानी कुछ बतिया

हो आज हवे सुहाग वाली रतिया

पिया कईल चाहs तानी कुछ बतिया

हमके प्यार से कबो समझईह

जदि हो जाई कवनो गलतिया

हम करी ले एतने गोहार हो

चटे कबो चटकन चलईह जनि ऐ रजऊ

नईहर के हई सुकवार हो

हां ! चटे कबो चटकन चलईह जनि ऐ रजऊ

नईहर के हई सुकवार हो

तोहरे पर आईल बानी घर आपन छोड़ के

नईहर से तोड़ी नाता तोहरा से जोड़ के

तोहरा से जोड़ के

ऐ हो ! तोहरे पर आईल बानी घर आपन छोड़ के

नईहर से तोड़ी नाता तोहरा से जोड़ के

जोड़ के

चाही पईसा से बेसी प्यार हो

चटे कबो चटकन चलईह जनि ऐ रजऊ

नईहर के हई सुकवार हो

हां हां

चटे कबो चटकन चलईह जनि ऐ रजऊ

नईहर के हई सुकवार हो

पापाजी ना डटले कबो माई ना मरली

छाती पs पत्थर धके हमके बिसरली

हमके बिसरली

ऐ हो ! पापाजी ना डटले कबो माई ना मरली

छाती पs पत्थर धके हमके बिसरली

हमके बिसरली

करs हलचल खेसारी करार हो

चटे कबो चटकन चलईह जनि ऐ रजऊ

नईहर के हई सुकवार हो

ऐ हो

चटे कबो चटकन चलईह जनि ऐ रजऊ

नईहर के हई सुकवार हो

10 Hazar Deposit Du Hazar Bhada Nalasopara par Dimpal Singh/Titu - Paroles et Couvertures