menu-iconlogo
huatong
huatong
avatar

Sakhi re mero radharaman by indresh Upadhyay ji(SIMRAN)

Indresh Upadhyay Jihuatong
🤍⃝⃝ꕶ꧊፝֟፝֟ϻɤ𝛂ꪀhuatong
Paroles
Enregistrements
छीन ले हंस के सबका ये मन सखी री

मेरो राधा-रमन मेरो राधा-रमन

मुखडे को देख कोटि चंदा ना जाये

घुघराली लट पे घटाये वारी जाये

याके जादू ,भरे दो नयन सखी री मेरो......

पतली कमर किन्तु अंग है घठीले

अधरों पे अमृत है नैना नशीले

थोडा बचपन,है थोडा यौवन सखी री मेरो......

फूलन की सोहे गले माला वैजयंती

कामरियाँ काली ओर पटका बसंती

याके पैजनियाँ,बाजे चरन सखी री मेरो.......

राधा हिर्देय में करे रमण बिहारी

दौवन की एक छवि लागे अति प्यारी

राधा बिजली,के साथ श्याम घन

सखी री मेरो .......

छीन ले हंस के सबका ये मन

सखी री मेरो राधा-रमन

Davantage de Indresh Upadhyay Ji

Voir toutlogo

Vous Pourriez Aimer