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Hazar rahein jo mud ke with lata voice

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Paroles
कि: हज़ार राहें, मुड़के देखीं

कहीं से कोई सदा ना आई

ल: बड़ी वफ़ा से, निभाई तुमने

हमारी थोड़ी सी बेवफ़ाई ...

कि: जहाँ से तुम मोड़ मुड़ गये थे - २

वो मोड़ अब भी वही खड़े हैं

ल: हम अपने पैरों में जाने कितने - २

भंवर लपेटे हुए खड़े हैं

बड़ी वफ़ा से, निभाई तुमने

हमारी थोड़ी सी बेवफ़ाई ...

कि: कहीं किसी रोज़ यूं भी होता

हमारी हालत तुम्हारी होती

ल: जो रातें हमने गुज़ारी मरके

वो रात तुमने गुज़ारी होतीं

बड़ी वफ़ा से, निभाई तुमने

हमारी थोड़ी सी बेवफ़ाई...

कि: उन्हें ये ज़िद थी के हम बुलाते

हमें ये उम्मीद वो पुकारें

ल: है नाम होंठों में अब भी लेकिन

आवाज़ में पड़ गई दरारें

कि: हज़ार राहें, मुड़के देखीं

कहीं से कोई सदा ना आई

ल: बड़ी वफ़ा से, निभाई तुमने

हमारी थोड़ी सी बेवफ़ाई...