आह को चाहिए एक उम्र असर होने तक
कौन जीता है तेरे
हाँ कौन जीता है तेरे ज़ुल्फ़ के सर होने तक
कौन जीता है कौन जीता है तेरे ज़ुल्फ़ के सर होने तक
कौन जीता है
आशिक़ी सब्र तलब और तमन्ना बेताब
आशिक़ी सब्र तलब और तमन्ना बेताब
दिल का क्या रंग करूँ खून-ए-जिगर होने तक
हो दिल का क्या रंग करूँ खून-ए-जिगर होने तक
हाँ दिल का क्या रंग करूँ
हम ने माना के तगाफ़ूल न करोगे लेकिन
हम ने माना के तगाफ़ूल न करोगे लेकिन
हम ने माना के तगाफ़ूल न करोगे लेकिन
खाक हो जाएंगे
खाक हो जाएंगे हम तुम को खबर होने तक
हो खाक हो जाएंगे
हम तुम को खबर होने तक खाक हो जाएंगे
शक नज़र देश नही
शक नज़र देश नही
फ़ुर्सत के हसीन ख्वाब क्व खातिर
गर्मी ए बजम है
गर्मी ए बजम है
एक रक्त शरण होने तक हो
गर्मी ए बजम है
एक रक्त शरण होने तक हो
गर्मी ए बजम हा
ग़म-ए-हस्ती का असद किससे हो जुज़-मर्ग-ए-इलाज
ग़म-ए-हस्ती का असद किससे हो जुज़-मर्ग-ए-इलाज
शम्मा हर रंग में जलती है सहर होने तक
शम्मा हर रंग में