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हम हम हम ना कोई लकीरें ना दायरे

इश्क़ में हद होती नहीं

इतना बेहद होता है के

ये फितूरी घटती नहीं

ना कोई लकीरें ना दायरे

इश्क़ में हद होती नहीं

इतना बेहद होता है के

ये फितूरी घटती नहीं

हो जाना है एक बार

तेरी रूह के पार

मैं तो रह के किनारे पे थकया

हो तेरा चढ़ेया खुमार

तेरे बिन मेरे यार

इस जग में नहीं कुछ रखेया

बरबादियाँ तुमसे ही है

आबादियां तुमसे ही है

अब क्या गलत और क्या सही

जब रूह्दारियाँ तुमसे ही है

बरबादियाँ तुमसे ही है

आबादियां तुमसे ही है

अब क्या गलत और क्या सही

जब रूह्दारियाँ तुमसे ही है

मदहोशियाँ है मदहोशियाँ

इन निगाहों में तेरी है मदहोशियाँ

डूब जानेयां ऐसे डूब जानेयां

फिर कभी ना मैं तुझसे उभर पानियाँ

मदहोशियाँ है मदहोशियाँ

इन निगाहों में तेरी है मदहोशियाँ

डूब जानेयां ऐसे डूब जानेयां

फिर कभी ना मैं तुझसे उभर पानियाँ

हो कैसी लगन है यार लगी जो इस बार

रति दिन बस नाम तेरा रटया

हो तेरा चढ़ेया खुमार

तेरे बिन मेरे यार

इस जग में नहीं कुछ रखेया

बरबादियाँ तुमसे ही है

आबादियां तुमसे ही है

अब क्या गलत और क्या सही

जब रूह्दारियाँ तुमसे ही है

बरबादियाँ तुमसे ही है

आबादियां तुमसे ही है

अब क्या गलत और क्या सही

जब रूह्दारियाँ तुमसे ही है

मदहोशियाँ है मदहोशियाँ

इन निगाहों में तेरी है मदहोशियाँ

डूब जानेयां ऐसे डूब जानेयां

फिर कभी ना मैं तुझसे उभर पानियाँ

मदहोशियाँ है मदहोशियाँ

इन निगाहों में तेरी है मदहोशियाँ

डूब जानेयां ऐसे डूब जानेयां

फिर कभी ना मैं तुझसे उभर पानियाँ

बरबादियाँ तुमसे ही है

आबादियां तुमसे ही है

अब क्या गलत और क्या सही

हमम हमम

Davantage de Madhubanti Bagchi/Nikhita Gandhi/Sachet Tandon/Sachin-Jigar

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