संगीत कल्याणजी आनंदजी
गीतकार गुलशन बावरा
गायक मुकेश, हेमलता
ले चल, ले चल मेरे जीवन साथी
ले चल मुझे उस दुनिया में,
प्यार ही प्यार है जहाँ..
हम तुम, हम तुम जन्मों के साथी
हम तुम हो जिस दुनिया में,
प्यार ही प्यार है वहाँ..
ले चल,
जब से नज़र में आप बसे हैं,
जब से नज़र में आप बसे हैं,
मस्ती सी छाई है आँखों में
छाई रही है ये मस्ती,
बस जाए दिल की बस्ती
महकी रहे वादियाँ...
ले चल, ले चल मेरे जीवन साथी
ले चल मुझे उस दुनिया में,
प्यार ही प्यार है जहाँ..
ले चल,
प्रीत का बंधन बाँध के तुमने,
प्रीत का बंधन बाँध के तुमने,
प्रीत पे ही उपकार किया है
अब ये बंधन ना टूटे,
युग युग ये साथ ना छूटे
चलता रहे यूँ कारवाँ...
ले चल, ले चल मेरे जीवन साथी
ले चल मुझे उस दुनिया में,
प्यार ही प्यार है जहाँ..
हम तुम, हम तुम जन्मों के साथी
हम तुम हो जिस दुनिया में,
प्यार ही प्यार है वहाँ..
ले चल,